परिचय

विलियम शेक्सपीयर (William Shakespeare) द्वारा लिखित Othello एक प्रसिद्ध त्रासदी है, जो 1603-04 के आसपास लिखी गई थी। यह नाटक मुख्य रूप से जलन, विश्वासघात, नस्लवाद और प्रेम की जटिलताओं की कहानी कहता है। Othello की कथा मुख्य रूप से एक महान अफ्रीकी मूल के सेनापति ओथेलो (Othello) की है, जो वेनिस गणराज्य (Venice) की सेना में एक ऊँचे पद पर कार्यरत है, लेकिन अंततः अपनी ही जलन और अपने प्रतिद्वंद्वी इआगो (Iago) की कुटिल चालों के कारण त्रासदी का शिकार हो जाता है।

इस नाटक का आधार इतालवी कथाकार जिओवन्नी बतिस्ता गिरील्दी (Giovanni Battista Giraldi) के Un Capitano Moro (1565) पर आधारित माना जाता है। हालांकि, शेक्सपीयर ने इस कहानी में अपनी कल्पनाशक्ति और गहन चरित्र चित्रण जोड़कर इसे और अधिक प्रभावशाली बना दिय

पात्र परिचय

1. Othello – एक महान मोर (Moor) सेनापति जो वेनिस गणराज्य के लिए लड़ता है।

2. Desdemona – ओथेलो की पत्नी, जो एक उच्च कुलीन वर्ग से आती है।

3. Iago – ओथेलो का अधीनस्थ अधिकारी, जो छल और धोखे का मास्टरमाइंड है।

4. Cassio – ओथेलो का लेफ्टिनेंट, जिसे इआगो के षड्यंत्र का शिकार बनाया जाता है।

5. Emilia – इआगो की पत्नी और डेस्डीमोना की सहायिका।

6. Roderigo – एक अमीर व्यक्ति जो डेस्डीमोना के प्यार में है और इआगो का मोहरा बनता है।

7. Brabantio – डेस्डीमोना का पिता, जो ओथेलो और डेस्डीमोना के विवाह का विरोध करता है।

8. Duke of Venice – वेनिस का ड्यूक, जो ओथेलो को साइप्रस भेजता है।

9. Lodovico & Gratiano – डेस्डीमोना के रिश्तेदार।

10. Montano – साइप्रस का पूर्व गवर

संक्षिप्त कथानक

प्रथम अंक (Act I)

नाटक की शुरुआत वेनिस शहर में होती है, जहाँ इआगो और रोड्रिगो डेस्डीमोना और ओथेलो के विवाह को लेकर असंतुष्ट हैं। रोड्रिगो डेस्डीमोना से प्रेम करता है और इआगो उसकी भावनाओं का फायदा उठाकर उसे अपने षड्यंत्र में शामिल करता है। इआगो, जो ओथेलो से घृणा करता है क्योंकि उसने उसे लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्त नहीं किया, ब्राबैंशियो (Desdemona के पिता) को यह सूचना देता है कि उसकी बेटी ने ओथेलो से गुप्त विवाह कर लिया है।

ब्राबैंशियो क्रोधित होकर ओथेलो के खिलाफ शिकायत लेकर ड्यूक ऑफ वेनिस के पास जाता है, लेकिन डेस्डीमोना यह स्पष्ट कर देती है कि उसने अपने प्रेम से ओथेलो से विवाह किया है। ड्यूक, जो साइप्रस में तुर्की आक्रमण के कारण चिंतित है, ओथेलो को वहाँ सेनापति नियुक्त करता है।

द्वितीय अंक (Act II)

सभी पात्र साइप्रस पहुँचते हैं, जहाँ यह ज्ञात होता है कि तुर्की बेड़ा समुद्री तूफान में नष्ट हो गया है। साइप्रस में इआगो अपने षड्यंत्र को आगे बढ़ाने की योजना बनाता है। वह रोड्रिगो को कैसियो के खिलाफ भड़काता है और शराब पिलाकर उसे उकसाता है। इस कारण कैसियो और मॉन्टानो में झगड़ा होता है, और ओथेलो कैसियो को लेफ्टिनेंट के पद से हटा देता है।

इआगो फिर कैसियो को सुझाव देता है कि वह डेस्डीमोना से सहायता माँगे, जिससे ओथेलो को यह लगे कि उनकी पत्नी कैसियो के प्रति विशेष रूप से सहानुभूति रखती

तृतीय अंक (Act III)

इआगो धीरे-धीरे ओथेलो के मन में डेस्डीमोना और कैसियो के संबंध को लेकर शक उत्पन्न करता है। जब डेस्डीमोना कैसियो के लिए पैरवी करती है, तो ओथेलो को लगता है कि उसकी पत्नी वास्तव में कैसियो से प्रेम करती है।

इआगो अपनी पत्नी एमिलिया की सहायता से डेस्डीमोना का रूमाल चुरा लेता है और उसे कैसियो के पास रखवा देता है। फिर वह ओथेलो से कहता है कि उसने कैसियो को डेस्डीमोना के रूमाल के साथ देखा था। यह सुनकर ओथेलो का क्रोध चरम सीमा पर पहुँच जाता है और वह डेस्डीमोना की हत्या करने का निश्चय करता है।

चतुर्थ अंक (Act IV)

इआगो अपनी चाल को और आगे बढ़ाता है और ओथेलो को और अधिक भड़काने के लिए कैसियो से बात करता है। वह कैसियो को बियांका (एक वेश्या) के बारे में हँसते हुए दिखाता है, और ओथेलो इसे डेस्डीमोना से जोड़कर देखता है।

इस दौरान, ओथेलो डेस्डीमोना से कठोर व्यवहार करने लगता है और उसे अपमानित करता है। डेस्डीमोना समझ नहीं पाती कि उसका पति अचानक इतना क्रोधित क्यों हो गया है।

पंचम अंक (Act V)

इआगो रोड्रिगो को कैसियो पर हमला करने के लिए उकसाता है, लेकिन कैसियो बच जाता है और रोड्रिगो मारा जाता है।

ओथेलो डेस्डीमोना को उसके शयनकक्ष में मार देता है। जब एमिलिया सच उजागर करती है कि डेस्डीमोना निर्दोष थी और रूमाल की साजिश इआगो ने रची थी, तो ओथेलो को अपनी भूल का एहसास होता है। इआगो गुस्से में एमिलिया को मार देता है और भागने की कोशिश करता है लेकिन पकड़ा जाता है।

ओथेलो, अपराधबोध से भरकर, अपनी तलवार से स्वयं की हत्या कर लेता है। अंततः इआगो को गिरफ्तार कर लिया जाता है और नाटक समाप्त हो जाता है।


प्रभाव और व्याख्या

Othello का गहरा प्रभाव विभिन्न आलोचकों और साहित्यकारों पर पड़ा है।

टी. एस. इलियट (T. S. Eliot) ने कहा कि ओथेलो का अंतिम भाषण आत्मदया से भरा हुआ था और वह अपनी त्रुटियों को स्वीकारने से बचना चाहता था।

ए. सी. ब्रैडली (A. C. Bradley) ने ओथेलो को “सर्वाधिक महान त्रासदी नायकों में से एक” कहा है।

एफ. आर. लीविस (F. R. Leavis) ने तर्क दिया कि ओथेलो अपने अहंकार के कारण गिरता है, न कि केवल इआगो की चालों के कारण।


नाटक की विषयवस्तु—नस्लवाद, स्त्री अधिकार, जलन और विश्वासघात—आज भी प्रासंगिक हैं।


निष्कर्ष

विलियम शेक्सपीयर का Othello एक शक्तिशाली त्रासदी है जो मानवीय संवेदनाओं, धोखे और प्रेम के जटिल मनोविज्ञान को दर्शाती है। इआगो का षड्यंत्र, ओथेलो की त्रुटियाँ और डेस्डीमोना की मासूमियत इसे एक क्लासिक नाटक बनाती हैं। यह नाटक दर्शाता है कि किस प्रकार जलन और संदेह एक महान व्यक्ति को भी पतन की ओर धकेल सकते हैं।

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